Rani Sati Ji Ki Aarti - lyrics In English & Hindi
•Posted on December 24 2021
Lyrics In English
Om Jai Sri Ranisatiji Mata, Maiya Jai Rani Sati Mata ।
Apne Bhakt Janan Ki, Door Karan Vipada ॥
Avani Anantar Jyoti Akhandit, Mandit Chahunk Kumbha ।
Durjan Dalan Khadg ki, Vidhut Sam Pratibha ॥
Om Jai Sri Ranisatiji Mata, Maiya Jai Rani Sati Mata ॥
Markat Mani Mandir Ati Manjul, Shobha Lakhi Na Pare ।
Lalit Dhvaja Chahun Aure, Kanchan Kalash Dhare ॥
Om Jai Sri Ranisatiji Mata, Maiya Jai Rani Sati Mata ॥
Ghanta Ghanan Ghadaval Baje, Shankh Mridang Dhure ।
Kinnar Gayan Karte, Ved Dhwani Uchare ॥
Om Jai Sri Ranisatiji Mata, Maiya Jai Rani Sati Mata ॥
Sapta Matrika Kare Aarti, Surgan Dhyan Dhare ।
Vividh Prakar Ke Vyanjan, Sriphal Bhentha Dhare ॥
Om Jai Sri Ranisatiji Mata, Maiya Jai Rani Sati Mata ॥
Sankat Vikat Vidarani, Nashani Ho Komati ।
Sevak Jan Hriday Patale, Mridul Karan Sumati ॥
Om Jai Sri Ranisatiji Mata, Maiya Jai Rani Sati Mata ॥
Amal Kamal Dal Lochani, Mochani Traya Tapa ।
Sevan Aayo Sharan Aapki, Laaj Rakho Mata ॥
Om Jai Sri Ranisatiji Mata, Maiya Jai Rani Sati Mata ॥
Ya Miyaji Ki Aarti pratidin, Parti Din Jo Koi Gata ।
Sadan Siddhi Nav Nidhiphal, Mann Vancchit Paave ॥
Om Jai Sri Ranisatiji Mata, Maiya Jai Rani Sati Mata ।
Apne Bhakt Janan Ki, Door Karan Vipada ॥
हिंदी में लिरिक
ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता,
अपने भक्त जनन की दूर करन विपत्ती॥
ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥
अवनि अननंतर ज्योति अखंडीत, मंडितचहुँक कुंभा
दुर्जन दलन खडग की विद्युतसम प्रतिभा॥
ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥
मरकत मणि मंदिर अतिमंजुल, शोभा लखि न पडे,
ललित ध्वजा चहुँ ओरे , कंचन कलश धरे॥
ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥
घंटा घनन घडावल बाजे, शंख मृदुग घूरे,
किन्नर गायन करते वेद ध्वनि उचरे॥
ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥
सप्त मात्रिका करे आरती, सुरगण ध्यान धरे,
विविध प्रकार के व्यजंन, श्रीफल भेट धरे॥
ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥
संकट विकट विदारनि, नाशनि हो कुमति,
सेवक जन ह्रदय पटले, मृदूल करन सुमति,
ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥
अमल कमल दल लोचनी, मोचनी त्रय तापा॥
त्रिलोक चंद्र मैया तेरी,शरण गहुँ माता॥
ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥
या मैया जी की आरती, प्रतिदिन जो कोई गाता,
सदन सिद्ध नव निध फल, मनवांछित पावे ॥
ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ।
अपने भक्त जनन की, दूर करन विपत्ती ॥
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