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Hanuman ji ki Aarti - lyrics In English & Hindi

Posted By ServDharm

• 

Posted on December 03 2021

Lyrics In English

Aarti Ki Jai Hanuman Lala Ki । Dushat Dalan Ragunath Kala Ki ॥

Jake Bal Se Giriver Kaanpe । Rog Dosh Ja Ke Nikat Na Jaanke ॥ Anjani Putra Mahabaldaye ।

Santan Ke Prabhu Sada Sahaye ॥

De Beeraha Raghunath Pathai । Lanka Jaari Siya Sudhi Laiye॥ Lanka So Kot Samundra Se Khaiy ।

Jaat Pavan Sut Baar Na Laiye ॥

Lanka Jaari Asur Sab Maare । Siya Ramji Ke Kaaj Sanvare ॥ Lakshman Moorchit Parhe Sakare ।

Aan Sajeevan Pran Ubhaare ॥

Paith Pataal Tori Yamkare । Ahiravan Ke Bhuja Ukhaare ॥ Baayen Bhuja Asur Dal Mare ।

Daayen Bhuja Sab Santa Jana Tare ॥

Surnar Munijan Aarti Utare । Jai Jai Jai Hanuman Uchaare ॥ Kanchan Thaar Kapoor Lo Chhai ।

Aarti Karat Aajani Mai ॥

Jo Hanumanji Ki Aarti Gaave । Basi Baikuntha Amar Padh Pave ॥ Lanka Vidvance Kiye Ragurai ।

Tulsidas Swami Aarti Gaaie ॥

Aarti Ki Jai Hanuman Lala Ki । Dushat Dalan Ragunath Kala Ki ॥

 

हिंदी में लिरिक

आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

जाके बल से गिरवर काँपे । रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई । संतन के प्रभु सदा सहाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की

दे वीरा रघुनाथ पठाए । लंका जारि सिया सुधि लाये ॥ लंका सो कोट समुद्र सी खाई । जात पवनसुत बार न लाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की

लंका जारि असुर संहारे । सियाराम जी के काज सँवारे ॥ लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे । लाये संजिवन प्राण उबारे ॥

आरती कीजै हनुमान लला की

पैठि पताल तोरि जमकारे । अहिरावण की भुजा उखारे ॥ बाईं भुजा असुर दल मारे । दाहिने भुजा संतजन तारे ॥

आरती कीजै हनुमान लला की

सुर-नर-मुनि जन आरती उतरें । जय जय जय हनुमान उचारें ॥ कंचन थार कपूर लौ छाई ।आरती करत अंजना माई

आरती कीजै हनुमान लला की

जो हनुमानजी की आरती गावे । बसहिं बैकुंठ परम पद पावे ॥ लंक विध्वंस किये रघुराई । तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

 

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